ये हैं वे 3 तीन उपनिषद जिसमें बाबा के दत्तावतार तथा दत्तावधूत होनें का उल्लेख है :
1. दत्तोपनिषद ,
2. अवधूतोपनिषद और
3. शाँडिल्योपनिषद ।
अब इसमें से दत्तोपनिषद और अवधूतोपनिषद की रचना स्वयं भगवान दत्तात्रेय जी ने की थी तथा शाँडिल्योपनिषद की रचना महर्षि शाँडिल्य जी ने की थी । #exposeantisai